Page Contents
जिन को काबू में करने का अमल
जिन को काबू में करने का अमल – Jin Ko Kabu Me Karne Ka Amal, Tarika, Wazifa, Dua, जिन खुदा ने धुए से बनाया है, वो हर वो काम कर सकता है जो इंसान नहीं कर सकता, इसलिए आज हम आपको जिन से दोस्ती करने का अमल और जिन को बुलाने का अमल बता रहे है. यदि किसी कारन से आप जिन से परेशान है तो आप हमारा जिन से निजात पाने का वजीफा भी जरूर पढ़े.
Jin Ko Kabu Me Karne Ka Amal
जिन मुस्लिम रूह होती है, जो आम तौर पर अदृश्य है और इसमें मानवों से परे कई आध्यात्मिक शक्तियां हैं। इस्लाम के मान्यता के अनुसार ऐसे लोग, जिनकी इच्छाये पूरी नहीं होते, वो मरने पर हजारों-लाखो वर्षों तक भटक कर जिन्न बन जाते हैं|
अवं जिन, नर और मादा दो प्रकार के होते हैं और उन्हें उनकी शक्तियों और प्रकार के आधार पर कई रूपों में वर्गीकृत भी किया जाता है। इन्हे क़ाबू में करने के लिए नीचे दिये हुए अमल को आजमाना चाहिए:-
- यदि किसी जिन्नात ने महिला को कब्जे में कर लिया हैं, तो ये महिला वैसे भी इस जिन्नात को अपने शरीर से बाहर निकालने में सक्षम नहीं होगी क्यूंकी उसके शरीर के साथ-साथ उसके दिमाग पर जिन्न ने कब्जा कर लिया गया है और वह इसके पूर्ण नियंत्रण में होगी।
- वह सब कुछ महसूस कर रही होगी लेकिन इससे छुटकारा नहीं पा सकेगी। वह इस जिन्न के कहे अनुसार ही सब कार्यों को करेगी| इस दौरान वो अपनों को भी नहीं पहचानेगी|
- ऐसी स्थिति में इस जिन्न को क़ाबू में करने के लिए अल्लाह- ताला का नाम लेकर एक चाकू से सुरक्षा घेरा महिला के चारों ओर बना दे| पास के किसी मस्जिद से पवित्र जल पहले से मँगवा कर रख ले|
- अब महिला के सामने बैठ कर सुरते-अलहशिरी का पाठ 100 मर्तबा करे| हर बार पाठ पूर्ण होने पर महिला की पेशानी और मस्जिद से लाये पवित्र जल दोनों पर बारी-बारी से फूँक मारे|
- पाठ खत्म करने के बाद मस्जिद के पवित्र जल को महिला के ऊपर छिड़क दे| ध्यान रहे यह सब करते हुए महिला उस सुरक्षा घेरे के अंदर ही बैठी हों|
- इस पवित्र जल के पड़ते ही वो जिन्नात महिला के शरीर को छोड़ने के लिए मजबूर हो जाएगा| इस तरह से आप एक जिद्दी जिन्नात को क़ाबू करने में सफल हो जाएंगे|
जिन से दोस्ती करने का अमल
जिन से दोस्ती करने का अमल – Jinn Se Dosti Karne Ka Amal, Tarika, Wazifa, Dua, आज के आधुनिक समाज भले ही जिन्न के अस्तित्व को नकार दें| परंतु सच तो यह हैं कि ये किसी को भी अपने वश में कर के उससे कुछ भी करवा सकते हैं|
यह सचमुच बहुत खतरनाक होते हैं|मुस्लिम मान्यताओं के अनुसार अधिकांशत: जिन्न मानव को हानि ही पहुंचाते हैं, इनमें बहुत कम ऐसे होते हैं, जो मित्रवत व्यवहार करते हैं|
जिन्न को काबू में करने के लिए कई वजीफों और दुआओं का वर्णन इस्लाम में किया गया हैं, जिन्हे पाक दिल से पढ़ने पर इन जिन्नों को काबू में किया जा सकता हैं|आइये हम जिन्न से दोस्ती करने के लिए उपयोग किए जाने वाले अमलों और दुआओं के बारे में जानते हैं:-
Jinn Se Dosti Karne Ka Amal
- जिन्नात से दोस्ती करना इतना भी आसान नहीं हैं| इस प्रक्रिया में 6 से 7 घंटे का समय लग जाता हैं| परंतु यह भी उतना ही सच हैं कि यदि आप एक बार जिन्न से दोस्ती करने में सफल हो जाते हैं, तो ये जिन्न आपको माला-माल कर देगा|
- इस अमल को करने के लिए आपको एक सफ़ेद चादर, सफ़ेद फूल, सफ़ेद लिबास और इत्र की अवश्यकता होगी| सबसे पहले जुम्मे के रात करीब 12 बजे के आस-पास सफ़ेद लिवास पहन कर सफ़ेद चादर बिछा कर बैठ जाए| अब अपने चरो ओर सफ़ेद फूल का घेरा बना ले|इस घेरे के अंदर बैठ कर अपने दोनों हाथों को उठा कर यह दुआ 100 मर्तबा पढ़े:- “ए नेक दिल जिन्नात, तू यदि मेरी सुन रहा हैं, तो मेरे बनाए इस घेरे में आ कर मुझे अपनी मौजूदगी का अहसास दिला|”
- आप इस दुआ को लगातार पढ़ते रहे और सुगंधित इत्र का छिड़काव अपने चारों ओर थोड़ी थोड़ी देर में करते रहे| इत्र की खुशबू और आपकी दुआओं के असर से नेक दिल जिन्नात आपके बनाए घेरे में आ जाएंगे|
- अब आप जो भी कामना पूरी करने की इच्छा रखते हैं, वो इस जिन्न से कहे| यह अपनी शक्तियों से आपकी हर इच्छा को पूरा करेगा|
जिन को बुलाने का अमल
जिन को बुलाने का अमल – Jinn Ko Bulane Ka Amal, Tarika, Wazifa, Dua, जिन्न का अस्तित्व हैं और यह पवित्र कुरान की आयतों से सिद्ध होता है। टोना-टोटका, कालिख पोतने वाले और भाग्यशाली बनाने वालों की शरण लेना विश्वास में कमजोरी से कम नहीं है।
भौतिक दुनिया के क्षेत्र में अपनी प्रगति और सफलता के कारण पश्चिमी लोगों ने अपना ध्यान इससे हटा दिया है, लेकिन भारत और पाकिस्तान के मुसलमान ज्ञान को प्राप्त करने के बाद भी इस पर यकीन करते हैं,
और यह यकीन ही जिन्नों के होने का प्रमाण हैं| जिन्न को बुलाने के लिए बहुत से दुआओं और अमलों का इस्त्माल होता हैं, जिनमें से कुछ नीचे दिये हुए हैं:-
Jinn Ko Bulane Ka Amal
- कुरान के अनुसार, अल्लाह ने जिन्न के साथ-साथ स्वर्गदूत और इंसान भी बनाए हैं। जिन्न में विश्वास अपेक्षाकृत व्यापक है – 23 में से 13 देशों में जहां सवाल पूछा गया था, आधे से अधिक मुस्लिम इन अलौकिक प्राणियों में विश्वास करते हैं। आप जब भी मुसीबत में हों, तो जिन्नात की मदद पाने के लिए इस दुआ को 21 मर्तबा पढे:-
- अब्दुल्लाहे रहीम, वज़ूरेकरिन, वाकेतुल्लाह वसीम अख़्तियार नम्ज नब्बेदीना अल्लाहू रहीम|”
- इस वजीफ़ा को पढ़ने से जिन्नात आपसे खुश होते हैं, और आपकी पुकार पर मदद के लिए आ जाएंगे| ध्यान रहे ये सारी प्रक्रिया बहुत ही एहतियात से करनी चाहिये| कही ऐसा न हो जाए कि कोई दुष्ट जिन्न आपकी पुकार पर आजाए| ऐसे जिन्न बहुत जिद्दी होते हैं और जल्दी से आपका पीछा नहीं छोड़ते हैं|
- जुम्मे कि रात खुले आसमान के नीचे बैठ कर कुराने पाक का पाठ करने के बाद यदि आप सच्चे दिल से जिन्नात को अपनी मदद करने के लिए आवाज़ लगते हैं, तो नेक दिल जिन्नात अवश्य ही आपकी मदद के लिए आएंगे|
- ऐसे जिन्न बहुत ही मित्रवत व्यवहार करते हैं, और अपनी आकाओं का हर कहा मानते हैं| अच्छी बात यह हैं, कि आप इन्हे जब चाहे इन्हे, इनकी दुनिया में लौट जाने को कह सकते हैं|
जिन से निजात पाने का वजीफा
जिन से निजात पाने का वजीफा – Jinn Se Nijat Pane Ka Wazifa, Taweez, Amal, Tarika, Dua, यदि जिन्न ने किसी के शरीर पर कब्जा कर लिया हैं, तो उससे निजात पाना बहुत ही मुश्किल होता हैं|
इस कार्य को अंजाम देने के लिए आप किसी मौलवी से संपर्क करे और उनके बताए हुए अमलों और वजीफों का प्रयोग कर इससे छुटकारा पाये|जिन से निजात पाने के लिएमौलवी द्वारा बताया गया वजीफ़ा कुछ इस प्रकार से प्रयोग कर सकते हैं:-
- आम तौर पर लोग पुरुष जिन्न से प्रभावित होते हैं | दुष्ट पुरुष जिन्न या जिन्नात बहुत जिद्दी होता है और यदि महिला को कब्जे में ले लेता हैं, तो उसे आसानी से नहीं छोड़ता है।
- कई बार ये जिन किसी अन्य व्यक्ति के द्वारा आपको कब्जे में करने के मंसूबे से भेजे जाते हैं|जिन्न के कब्ज़े से प्रभावित व्यक्ति बहुत कमजोर हो जाता हैं और उसकी प्रतिरक्षा प्रणाली ठीक से काम नहीं करता हैं| उसकी मेडिकल रिपोर्ट तो सामान्य होगी लेकिन वह असामान्य होगा|
Jinn Se Nijat Pane Ka Wazifa
ऐसे अदृश्य ताकतों से छुटकारा हमें अल्लाह-ताला की कृपा से ही प्राप्त हो सकता हैं| अपने दोनों हाथ उठा कर खुदा से दुआ करें और इस वजीफा को 1000 मर्तबा पढे:- “रब्बाना इरफ़ान अन्ना अज़ाबा जहन्नम इन्ना अजबहा कह गरामा मन्नाकरन मुन्नामा में इन्ना सा करीम|”
अर्थ- ” ओ मेरे खुदाया! नर्क की सजा हमसे दूर करो,निश्चित रूप से सजा स्थायी (66) है, निश्चित रूप से यह एक बुराई का निवास है और मेरा शरीर (रहने के लिए) जगह हैं, लेकिन तू तो गरिबनवाज़ हैं, मुझे इस दोज़ख से निकाल|”
- इस दुआ के पूरा होते- होते जिन्नात रोगी का शरीर छोड़ कर चला जाएगा और फिर कभी नहीं लौटेगा|
- इस अमल को बिना किसी जानकार के दिशा-निर्देश के बिना ना करे, क्यूंकी गड़बड़ी होने पर रोगी की जान भी जा सकती हैं|
कुरान और हदीस दोनों ही जादू टोना और बुरी नजर के साथ-साथ अरबी में जिन्न (अंग्रेजी शब्द जिन्न की उत्पत्ति) के रूप में जाने जाने वाले अलौकिक प्राणियों के संदर्भ में अमल बताते हैं| यदि आपको अल्लाह पर भरोसा हैं, तो यह उपाय निश्चय ही काम करेगा, यकीन मानिये|
Kahate hai jinn allha ne due se banaya, or aisa koi bhi kaan jo insaan nahi kar sakte wo jinn kar sakte hai.
isliye aaj hum aapko Jin Ko Kabu Me Karne Ka Amal, Tarika, Wazifa, Dua bata rahe hai.
Hum aapko Jinn Se Dosti Karne Ka Amal, Tarika, Wazifa, Dua bhi batayege.
Yadi aap jinn ko bulana chahate hai to aap hamara Jinn Ko Bulane Ka Amal, Tarika, Wazifa, Dua istemaal kar sakte hai.
Or yadi kisi bhi karan se aap jinn se nijat pana chahate hai to aap hamari Jinn Se Nijat Pane Ka Wazifa, Taweez, Amal, Tarika, Dua istemaal kariye.
#जिन #को #काबू #में #करने #का
#अमल #से #दोस्ती #को #बुलाने
#निजात #पाने #का #वजीफा #Jin
#Ko #Kabu #Me #Karne
#Ka #Amal #Tarika #Wazifa
#Dua #Se #Dosti #Ko #Bulane
#Nijat #Pane #Taweez